समय चेतावनी दे तब समय रहते... - Poem on Time

समय चेतावनी दे तब समय रहते सुधर जाओ, समय की बात मानो तुम समय को यूं ना भरमाओ। Poem on Time
MR. SANDHATA

BEST POEM ON TIME

POEM ON TIME

समय चेतावनी दे तब समय रहते सुधर जाओ,
समय की बात मानो तुम समय को यूं ना भरमाओ।
समय बीतेगा तो केवल निराशा हाथ आयेगी,
लड़ाई हार जाओगे हताशा हाथ आएगी।
अरे कुछ कर्ज है जिनको समय रहते चुकाना है,
समय पर जिंदगी जीकर समय पर मोक्ष पाना है।
समय है तो ही दानी दान दे पाएगा दुनिया को,
समय है तो ही ज्ञानी ज्ञान दे पाएगा दुनिया को।।
समय के साथ है जो बस, वही बलवान होता है,
करो पूजा समय की यही भगवान होता है।।