Heart touching emotional shayari
तू नहीं कोई और सही कोई और नहीं कोई और सही,
बहुत लम्बी है ज़मीं मिलेंगे लाख हंसी।
इस जमाने में सनम तू अकेली तो नहीं।।
जो ज़ाहिर करना पड़े वो दर्द कैसा,
और जो दर्द ना समझ सके वो हमदर्द कैसा।
इंसान झूठ बोलना तब सिखता है,
जब उसे सच बोलने की सजा मिली हो।
हुई मोहब्बत तो इस कदर जीने लगे,
चाय के शौकीन थे कम्बख़त सिगरेट पीने लगे।
सबकी अपनी अपनी अलग कहानी है,
किसी का राजा तो किसी की बेवफा रानी है।
हर इंसान का दिल बुरा नहीं होता,
हर एक इंसान बुरा नहीं होता।
बुझ जाते हैं दीपक तेल की कमी से भी,
हर बार कुसूर हवा का नहीं होता।।
HEART TOUCHING EMOTIONAL SHAYARI
अमीर शहरों से ऊंचा वकार रखता हूं,
पराया होकर भी दिल मालदार रखता हूं।
मिले जो वक्त तो कर्जे वफ़ा चुका देना,
जा मैं तुझपे अपनी मोहब्बत उधार रखता हूं।।
हमसे बिछड़ के अश्क बहाता न हो कहीं,
वो दिन में भी च़राग जलाता न हो कहीं।
एक बार फिर से मुड़कर तो उसे देख ले,
वो अब भी छत से हाथ हिलाता न हो कहीं।
मर गई मछली अपने ही पानी में,
कर लिया इश्क भरी जवानी में।
सोचा था निभाएंगे साथ मरते दम तक,
बेवफा निकली मेरी महबूब कहानी में।।
जरा पानी की चाहत में बहुत कुछ छूट जाता है,
नदी का साथ देता हूं समंदर रूठ जाता है।
मोहब्बत पढ़ने लिखने में साहब आसान दिखती है,
मोहब्बत को निभाने में पसीना छूट जाता है।।
हुस्न वालों को ना दिल दो कि जला देते हैं,
खूब करते हैं बीमार दर्द बढ़ता रहे ऐसी दवा देते हैं।
मोहब्बत गलत नहीं है बस कुछ,
इंसान मोहब्बत करना नहीं जानते, और
यह सोचने वाली बात है कि लड़की बेवफा होती है,
बस कुछ इंसान गलत को गलत कहना नहीं चाहते।
सबको सब कुछ नहीं मिलता ...
समन्दर की हर लहर को साहिल नहीं मिलता।
यह दिलवालों की दुनिया है दोस्त...
किसी से दिल, तो कोई दिल से नहीं मिलता।।
मोहब्बत कब हो जाए ये किसे पता..
हादसे पूछकर तो नहीं हुआ करते।
किस्मत और लड़की धोका तो देती हैं।
पर जब साथ देती हैं तो दुनिया बदल देती हैं।
ऐसा सुना है लेकिन सच में ऐसा होता नहीं..
इस दुखभरी दुनिया में बार बार दगा देती है।
मुद्दतों बाद आज परेशां हुआ है दिल
ना जाने किस हाल में होगा मुझे भूलने वाला..।
हार गया हूं मैं अब तुझे पाने में भी भुलाने में भी।
अब तो अंजान ही हो गए उनके लिए हम।
जिनके लिए कभी जान हुआ करते थे हम।।
Heart touching emotional shayari
वो कितना मेहरबान था हम पर, हज़ारो ग़म दे गया।
हम कितने खुदगर्ज
थे,
कुछ न दे सके मोहब्बत के सिवा।
दिल से मेरी दुआ है कि खुश रहो तुम,
मिले न कोई गम ग़र जहाँ भी रहो
तुम।
समंदर की तरह गहरा है दिल तुम्हारा,
सदा खुशियों से भरा रहे वो
दामन तुम्हारा।।
नसीब में ना हो वही अक्सर दिल को भाता हैं,
जो भी अच्छा लगे वो दर्द जरूर देके जाता है..।
खुशीके लिए यह दिल बहुत कूछ भूल जाता है, मगर
भूलना जरुरी हो जिसे वही क्यों याद आता हैं..।।
क्या होती है मोह्बत ये मोह्बत करने वालो से पूछो ।
चाह कर साथ छोड़ नहीं सकते।
लेकिन साथ छोड़ना उनके नसीब में होता है।
लोग कहते हैं कि किसी एक के चले जाने से,
जिन्दगी अधूरी नहीं
होती, लेकिन;
लाखों के मिल जाने से भी,
उस एक की कमी कभी
पूरी नहीं होती है।
काश वो पल संग में बिताए न होते,
उनको याद कर के ये आँसू ग़र बहाये ना होते।
खुदा को ग़र इस तरह दूर ले
ही जाना था,
तो इतनी गहराई से दिल मिलाए ना होते !!
मोहब्बत में हमने क्या ना लूटा दिया।
उन्हें पसंद थी रोशनी हमने
खुद को जला दिया ।
अगर तू चांद है तो ये चांद हमारा बनता है,
सितारों क्या हक
नहीं कि ये हमारा बनता है।
और एक समय था जब हम भागते थे बोतलों
से,
आज तो महफ़िल में पहला पेग हमारा बनता है।।
न हवाओं से होती है न फिजाओं से होती है।
इश्क करने वालों की
किस्मत इतनी खराब होती है,
मोहब्बत भी होती हैं तो बेवफाओं से
होती है।।
दिल के दर्द को छुपाना कितना मुश्किल है;
टूट के फिर से मुस्कुराना कितना मुश्किल है।
किसी के साथ दूर तक जाकर तो देखो;
अकेले लौट के फिर आना कितना मुश्किल है।
समेट कर ले जाओ झूठे वादों के अधूरे किस्से,
अगली मोहब्बत में फिर इनकी जरुरत पड़ेगी !!
टूटकर जिसको चाहे उसके तो दिल बदल गए,
समुंदर तो वही था मगर साहिल
बदल गए।
कत्ल तो हर बार हुआ किस्तों में मेरा,
कभी खंजर बदल
गए तो कभी कातिल बदल गए।।
इश्क की मिसाल में बस इतना ही कहूँगा।
बेहिसाब सज़ा है किसी बेगुनाह के लिए ।
निकाल दिया उसने मुझे अपनी ज़िन्दगी से,
उस भीगे कागज़ की तरह! जो..
न लिखने के क़ाबिल छोड़ा ना जलने के काबिल !!
सजा बन जाती है गुज़रे वक़्त की निशानियां,
ना जाने लोग मतलब के लिए क्यों मेहरबान होते हैं।
बेइज़्ज़ती का जवाब इतने इज़्ज़त से दो ! कि..
सामने वाला भी
शर्मिंदा हो जाए !!
आग ही लगा दी हमने उन किताबों में, जिसमें..
लिखा था मोहब्बत सच्ची हो
तो मिलती जरूर है।
बहुत उदास हूं मैं तेरे चुप हो जाने से,
हो सके तो बात करना किसी बहाने से.
तु लाख खफा है सही मगर इतना तो देख ले,
कितना टूट गया हूं मैं तेरे रूठ जाने से।
मैं तो इस उम्मीद पे डूबा की तू बचा लेगा,
अरे अब इससे आगे मेरा
इम्तिहान क्या लेगा।
मैं बुझ गया तो हमेशा के लिए बुझ ही जाउंगा,
कोई
चिराग तो नहीं हूं मैं जो तू फिर जला लेगा।।
दोस्त भी क्या खूब वफाओं का सिला देते हैं ।
हर नये मोड़ पर जख्म एक
नया देते हैं।।
तुमसे तो खैर घड़ी भर की ही मुलाकात रही।
लोग वर्षों की मोहब्बत को भी
भूला देते हैं।।
दिल लगाना है तो किताबों से लगाओ,
बेवफा भी निकलेगी तो मुकद्दर बना कर जाएगी।
HEART TOUCHING EMOTIONAL SHAYARI
अब तो वो हमे भूल ही गई ..
जो मेरे बिना एक पल भी नहीं रह सकती
थी।
उतर जाते हैं कुछ लोग दिल में इस कदर, कि
ग़र दिल से निकालो तो जान निकल जाती है।
इस दिल की दास्ताँ भी बड़ी अजीब होती है,
बड़ी मुश्किल से इसे
ख़ुशी नसीब होती है।
किसी के पास आने पर ख़ुशी भले हो न हो,
पर
दूर जाने पर इसे बड़ी तकलीफ होती है।।
दर्द को मुस्कराकर सहना क्या सीख लिया,
सभी ने तो सोच लिया मुझे तकलीफ़ नहीं होती!
वो अपने फायदे के खातिर फिर आ मिले थे हमसे ।
हम समझे कि हमारी
दुआओं में असर बहुत है।
इश्क में टूटे हुए दिल की क्या हालत हुई होगी,
जब गज़ल की आवाज़
कानों में पड़ती होगी।
प्यार में नाकाम इंसान टूट के बिखर जाता होगा,
पर ये गज़ल उस
पागल से वफा कर जाती होगी।।
दिल तोड़ दिया तो मेरी चिता भी जला देना,
ना मिले कफन तो दुपट्टा
उढ़ा देना। ग़र ..
पूछे कि किस बीमारी का शिकार हो गया,
तो
ना करना बहाना बस प्रेम रोग बता देना।
वक़्त बदल देता है, आदतें भी और ख्वाहिशें भी।