भगवान के लिए भक्ति शायरी
कितना विष पी डाला मेरे भोले सरकार,
सिर पर मां गंगा फिर भी तू मांगे जल की धार।
त्र्यंबकम यजामहे सुगंधिम पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव वंधनान् मृत्योर मुर्क्षीय मामृतात्।।
!! हर हर महादेव !!
मेरी पीड़ा तू ही जाने मेरे श्याम सलोने,
कब तक भटकूं इस दुनिया में,
पग पग मिलते घेरे।
कांटो सी है विरह हे गिरिधर,
पलछिन जग अंधियारा।।
बिना खोए कुछ मिले नहीं रे,
तू है जीवन का उजियारा।।
तुम हो मेरे पास प्रभु जी,
घट घट में डेरा डाला।
मैं तो ढूंढूं घर आंगन में चितवन जग है सारा।।
!! ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः !!
!! जय श्री हरि !!
भक्ति शायरी स्टेटस
खुद से भी बढ़कर तुझे माना है,
तेरे चमत्कारों से हमने जिंदगी को जाना है..!
!!
जय श्री राम !!
एक अमल ने मुझे गुनाहों से बचा रखा है,
मेरी भक्ति ने मुझे सत्य से मिला रखा है..!!!
जिस इंसान का दिल साफ होता है,
उसी के दिल में भगवान का वास होता है..!
!! राधे राधे !!
मां को देखा है मैंने अपने लिए प्रार्थना करते हुए,
एक ईश्वर दूसरे इश्वर के सामने बैठा हो….. मानों।।
!! जय श्री राम !!
है हर क्षण हर कण में विद्यमान वो,
उसे किसी नाम की ज़रुरत नहीं।
और जिसे सबकी ख़बर है, वही ईश्वर है।
!! जय श्री राम !!