पिताजी पर बेहतरीन शायराना अल्फाज़, जिन्हें पढ़कर दिल गदगद हो जाए!
SHAYARI ON FATHER
गले से लगाते नहीं पर बहुत प्यार करते हैं, खुद पहन लेते हैं कपड़े पुराने पर; हमें नये कपड़ों से तैयार करते हैं।
ले लेते हैं मुसीबत अपने सर पर खुद हमें मुसीबतों से निकालने में,
एक बाप अपनी जिंदगी लगा देता है
बच्चों को पालने में।
हमें पढ़ाओ न रिश्तों की कोई और किताब,
पढ़ी है बाप के चेहरे की झुर्रियाँ हम ने।
जबतक वो झुर्रियों भरे हाथ मेरे सर पर हैं,
मेरी शान जिंदा है मेरा रवाब जिंदा है।
कयामत भी आ जाए तो मेरा क्या बिगाड़ेगी,
अभी मेरा बाप जिंदा है, अभी मेरा बाप जिंदा है।
मैंने जो गलती की तू मत दोहराना,
मौसम का हाल उसे मत सुनाना।
जो तुम्हारे लिए रोज भागता रहा,
सर्दी क्या,गर्मी क्या, धूप क्या? जिसकी जिंदगी भर की कमाई तुम हो,
उससे मत पूछना की तुमने कमाया क्या।
कोई न पूछे कैसे आप हैं।
अगर घर में न हों मां बाप हैं।।