Heart touching shayari for Instagram
जिधर जाते हैं सब जाना उधर अच्छा नहीं लगता,
मुझे पामाल रस्तों का सफ़र अच्छा नहीं लगता।
गलत बातों को ख़ामोशी से सुनना हामी भर लेना,
बहुत हैं फ़ायदे इस में मगर अच्छा नहीं लगता।
हार्ट टचिंग 2 लाइन शायरी
मुझे दुश्मन से भी ख़ुद्दारी की उम्मीद रहती है,
किसी का भी हो सर क़दमों में सर अच्छा नहीं लगता।
बुलंदी पर उन्हें मिट्टी की ख़ुश्बू तक नहीं आती,
ये वो
शाख़ें हैं जिन को अब शजर अच्छा नहीं लगता।
ये क्यूँ बाक़ी रहे
आतिश-ज़नो ये भी जला डालो,
कि सब बे-घर हों और मेरा हो घर
अच्छा नहीं लगता।
नींद उड़ गई रात की,
जब अपनों ने बात की औकात की..!!
सवंरना ही है तो दुसरो की नजरो में सवंरिये,
आईने से खुद का मिजाज नहीं पूछा करते।
मज़बूरी में पहन ले फिर दे उसे उतार,
हैल मैट सा हो गया है लोगों का किरदार।
Heart touching shayari
दुनियाँ की सबसे बेहतर दवाई है "जिम्मेदारी,"
एक बार पी लीजिये जिंदगी भर थकने नहीं देगी।
मोहब्बत ताउम्र अजनबी ही रहे तो ही अच्छा है,
सुना है अहमियत खो देती है मंजिले मुलाकात के बाद।
जरूरत पड़ी तो खुल गए असल किरदार,
बातों से तो मुझे हर शख्स
वफादार लगता था।
दुःख आए तो ये मत समझना
की तुमने बुरे कर्म किए होंगे,
क्योंकि दुःख इसलिए
आए हैं की
तुम्हें कुछ बड़े काम के लिए चुना है।
मोबाईल कम्पनी अगर सच बोलने लगे तो दंगे हो जाये,
जिससे आप सम्पर्क करना
चाहते है
वो जानबूझ कर फोन नहीं उठा रहा।
जीवन में उजाला चाहिए तो खुद का दिया जलाओ,
दुसरो की मोमबत्ती के सहारे जिंदगी रोशन नहीं हुआ करती।
शिकायत करने को भी, एक रिश्ता होना जरूरी है,
मेरा आपसे वही रिश्ता है महादेव..!!!
यूँ ही नहीं कोई बागी हो जाता है,
चोट इतनी गहरी होती है कि
तमीज का दायरा खुद ब खुद टूट जाता है।
जिसका नसीब आप संवारते हो महादेव,
उसका भला कोई क्या बिगाड़ सकता है।
दिल में इंसानियत ना हो तो खूबसूरती का क्या फायदा,
दिलों के शहंशाह, अक्सर फकीर हुआ करते है।
कभी संभलें तो कभी बिखरते नजर आये हम,
जिंदगी के मोड़ पर खुद सिमटते आये हम।
यूँ तो जमाना खरीद न पाया मुझे,
मगर प्यार के दो लफ्जों से सदा बिकते आये हम।
जरुरी नहीं के मुरझाये चेहरे के दर्द गहरे होते है,
कभी, खुश-मिजाज इंसान भी भीतर से टूटे हुए होते है।
बेटियों का दुःख समझना बहुत मुश्किल होता है,
इनके लिए उस घर में जगह नहीं होती जहां वो जनम लेती है।
एक ही खामी है हममें, ना छल है और
ना छल कपट समझ में आता है,
और शायद इसीलिए बुरे बन जाते है।
मजबूरियों का खेल है साहब,
वरना कौन अपनी हसरतों को बेड़ियों में जकड़ता है।
ईमानदारी से जिंदगी जीने से कुछ मिले या ना मिले,
पर यह सुकून जरूर मिलता है कि मैंने कुछ ग़लत नहीं किया।
इंसान की वाणी ही एक कीमती आभूषण है,
इसके गलत इस्तेमाल से इंसान की चमक फीकी पड़ जाती है।
अपनी बातों से पलटने वाले लोग,
खुद के भी सगे नहीं होते।
"चेहरों" पे सजा लेते है "नकाब" क्या-क्या,
लोग " थकते" ही नहीं "किरदार " निभाते-निभाते।
ये जो " डूबी" है "आँखे" मेरी अश्कों के दरियाँ में,
ये "मिट्टी" के बने इंसानो पे भरोसे की सजा है।
वफाओं के सिले कम ही मिले,
ख़ुशी के बदले सिर्फ गम ही गम मिले,
और एक बात समझ नहीं आयी ग़ालिब
सबको दिल दुखाने के लिए हम ही मिले।
प्रकृति हो या स्त्री अगर उसके साथ खिलवाड़ हुआ,
तो विनाश का द्वार खोलती है।
आँखे खराब हो गई "औलाद" पालकर,
अब बच्चे बात करते है "आँखे" निकालकर।
"लाख खुशियों के बराबर लगता है मुझे,
शिवालय में अकेले शिव के पास बैठना।"
समंदर छोड़ कर आये थे जिनके लिए हम,
बस दो घूँट पानी पे बातें सुना गए।
ज़रूरी नहीं कि कुछ तोड़ने के लिए पत्थर ही मारा जाएं,
लहज़ा बदल कर बोलने से भी बहुत कुछ टूट जाता है।
हूं अगर खामोश तो ये न समझ
कि मुझे बोलना नहीं आता,
रुला तो मैं भी सकता था पर
मुझे किसी का दिल तोड़ना नहीं आता।
किनारों पर मोती मिला नहीं करते,
दर्द में कभी गिला नहीं करते,
हम अच्छे न सही बुरे ही सही,
पर हम जैसे बुरे भी हर किसी को मिला नहीं करते।
वक्त का पासा कभी भी पलट सकता है,
सितम वही कर जो तू सह सके।
दिल टूटेगा तो फरियाद करोगे तुम भी,
हम ना रहे तो हमें याद करोगे तुम भी,
आज कहते हो हमारे पास वक़्त नहीं,
पर एक दिन मेरे लिये वक़्त बरबाद करोगे तुम।
तेरी धड़कन ही जिन्दगी का किस्सा है मेरा,
तू जिन्दगी का एक अहम हिस्सा है मेरा,
मेरी मोहब्बत तुझसे सिर्फ लफ़्ज़ों की नहीं है,
तेरी रूह से मेरी रूह तक का रिश्ता है मेरा।
किसी को माफ़ करके अच्छा जरूर बने,
लेकिन उस पर दोबारा विश्वास करके बेवकूफ़ ना बने।
हर लम्हा सिर्फ तेरा एहसास हो,
तेरे साथ हर दिन हर रात हो,
मैं चलूं साया बन कर संग तेरे,
और मेरा हमसफर बस मेरे साथ हो।
कागज की कश्ती थी पानी का किनारा था,
खेलने की मस्ती थी ये दिल आवारा था,
कहाँ आ गए इस समझदारी के दलदल में,
वो नादान बचपन भी कितना प्यारा था।
उलझा रह गया चालाकियों में ही मेरा हमनवां,
उसे पता ही ना चला उसने सादगी से भरा हमसफ़र खो दिया।
नजरों में सम्मान और बोलने में मर्यादा किसी भी रिश्ते की सबसे मजबूत डोर होती है।
तुम्हारा एकांत ही तुम्हे मनुष्य बना सकता है,
भीड़ तुम्हे भेड़ बना देगी।
तेरी कागज की कश्ती क्या पार हो गई,
तू समझता है कि समुंदर की हार हो गई।
जुड़े रहने के लिए बेइंतहा भरोसा चाहिए,
और बिछड़ने के लिए तो एक गलतफ़हमी ही काफी है।
"जग भागे मंदिर को, मेरे अंदर बसते शिव,
ये देह इक शिवाला है, और रूह तू है शिव।"