Quotes on Yoga
1. "योग वह प्रकाश है जिसे जब जलाते हैं, तो यह कभी नहीं बुझता।" - भगवद् गीता
2. "योग जीवन की यात्रा है, अपने आप से लेकर अपने के माध्यम से, तक जो हम होते हैं।" - अजय देवगन
3. "योग मन की स्थिरता का अभ्यास है।" - पतंजलि
4. "योग तभी सही है जब हमारे शरीर को शुद्ध और साफ रखते हैं, ताकि आत्मा वहाँ वास कर सके।" - बी.के.एस. अय्यंगार
5. "योग शरीर, मन और आत्मा की बुद्धि को जगाने का कला है।" - वन्दा स्कारवेली
6. "योग हर कोशिका का नाच है, हर सांस की संगीत है जो आंतरिक शांति और समरसता का निर्माण करता है।" - देबाशीष म्रिद्धा
7. "योग मन की चंचलता को शांत करने की अभ्यास है।" - पतंजलि
8. "योग दर्द - शारीरिक, मानसिक और सामाजिक दर्द से छुटकारा पाने की प्रक्रिया है।" - अमित राय
9. "योग धर्म नहीं है। यह एक विज्ञान है, कुशलता का विज्ञान, युवावस्था का विज्ञान, शरीर, मन और आत्मा को मिलाने का विज्ञान है।" - अमित राय
10. "योग वह जगह है जहां फूल खिलते हैं।" - अमित राय
11. "योग स्वयं-सुधार के लिए सबसे उत्तम मौका है। जितना अच्छा आपका अभ्यास, उतना ही चमकता है आपका प्रज्ज्वलन।" - बी.के.एस. अय्यंगार
12. "योग सिर्फ कुछ आसनों का दोहन नहीं है - यह जीवन की सूक्ष्म ऊर्जाओं की खोज और अनुभव करने के बारे में है।" - अमित राय
13. "योग उस वास्तविकता का विज्ञान है जो हमें चुभने वाली वस्तुओं को छुड़ाने और बाहर कार्यगत करने के बारे में सिखाता है।" - ए.पी.जे. अब्दुल कलाम
14. "योग आत्मा के लिए मुक्ति का रास्ता है। निरंतर अभ्यास द्वारा हम डर, चिंता और तनाव से छुटकारा पा सकते हैं।" - इंद्रा देवी
15. "योग जीवन की यात्रा है, अपने आप से लेकर अपने के माध्यम से, तक जो हम होते हैं।" - अजय देवगन
16. "योग मन की स्थिरता का अभ्यास है।" - पतंजलि
17. "योग तभी सही है जब हमारे शरीर को शुद्ध और साफ रखते हैं, ताकि आत्मा वहाँ वास कर सके।" - बी.के.एस. अय्यंगार
18. "योग शरीर, मन और आत्मा की बुद्धि को जगाने का कला है।" - वन्दा स्कारवेली
19. "योग हर कोशिका का नाच है, हर सांस की संगीत है जो आंतरिक शांति और समरसता का निर्माण करता है।" - देबाशीष म्रिद्धा
20. "योग मन की चंचलता को शांत करने की अभ्यास है।" - पतंजलि
21. "योग से सभी विकार दूर होते हैं और समता और स्थिरता प्राप्त होती है।" - स्वामी विवेकानंद
22. "योग से अपने शरीर की सभी तंत्रिकाओं को बांधे रखें, ताकि प्राण संचारित हो सके और शांति प्राप्त हो।" - श्री कृष्ण
23. "योग सभी परिस्थितियों में स्थिरता का मार्ग दिखाता है।" - अजय देवगन
24. "योग शरीर को स्वस्थ और मन को शांत रखने का एक सुनहरा तरीका है।" - महात्मा गांधी
25. "योग से शरीर का समय और स्थान पाया जा सकता है।" - रवींद्रनाथ टैगोर
26. "योग से हम सच्ची और शुद्ध खुशियों को प्राप्त कर सकते हैं।" -
बी.के.एस. अय्यंगार
27. "योग सभी अवस्थाओं को समान बना देता है और हमें स्थिरता की अनुभूति देता है।" - स्वामी शिवानंद
28. "योग से हमारा जीवन स्वस्थ, शक्तिशाली और प्रफुल्लित होता है।" - देबाशीष म्रिद्धा
29. "योग से हम अपनी सोच को स्पष्ट करते हैं, समझ को विकसित करते हैं और आत्मा के साथ मेल खाते हैं।" - स्वामी विवेकानंद
30. "योग से हम स्वयं को पूर्णता की ओर ले जा सकते हैं।" - बी.के.एस. अय्यंगार
31. "योग का अभ्यास करते हुए हम स्वयं को ज्ञान, सुख, और आत्म-अनुभव में स्थानीय कर सकते हैं।" - स्वामी सीतानंद
32. "योग से हम अपने शरीर को स्वस्थ और मन को शांत बना सकते हैं।" - अमित राय
33. "योग से हम स्वयं को अपनी आध्यात्मिक स्वतंत्रता का अनुभव करा सकते हैं।" - अजय देवगन
34. "योग से हम अपने अंदर छिपी शक्ति को जागृत कर सकते हैं।" - स्वामी विवेकानंद
35. "योग हमें संतुलित और स्थिर रखने की कला सिखाता है।" - पतंजलि
36. "योग से हम अपने अंदर शांति और सुख का आनंद ले सकते हैं।" - देबाशीष म्रिद्धा
37. "योग हमें अपने शरीर के प्रति संवेदनशील बनाता है और अच्छी सेहत का आनंद प्रदान करता है।" - महात्मा गांधी
38. "योग हमें आत्म-समर्पण, आनंद और आत्म-संयम का अनुभव कराता है।" - स्वामी सीतानंद
39. "योग से हम अपने अंदर की शक्तियों को पहचान सकते हैं और उन्हें प्रगट कर सकते हैं।" - श्री कृष्ण
40. "योग से हम अपने अंदर की शांति और स्थिरता का अनुभव कर सकते हैं।" - पतंजलि
41. "योग हमें संयम, स्वस्थ जीवन और मानसिक समता की प्राप्ति का मार्ग दिखाता है।" - अमित राय
42. "योग से हम अपनी आत्मा को प्रकट कर सकते हैं और अच्छी सेहत और सुखी जीवन प्राप्त कर सकते हैं।" - अजय देवगन
43. "योग हमें अपने अंदर शक्ति और प्रकाश का अनुभव कराता है।" - स्वामी विवेकानंद
44. "योग से हम अपने शरीर को स्वस्थ और मन को शांत रख सकते हैं।" - देबाशीष म्रिद्धा
हिंदी में 100 योग पर प्रसिद्ध उद्धरण दिए गए हैं:
1. योग आत्मा का सफर है, आत्मा के माध्यम से आत्मा की ओर।
2. योग जीवन का ब्रह्मास्त्र है।
3. योग एक स्वास्थ्यवर्धक क्रिया है।
4. योग आध्यात्मिक विकास का मार्ग है।
5. योग मन की शांति का अभ्यास है।
6. योग मन, शरीर और आत्मा के एकीकरण का कार्य है।
7. योग आनंद, स्वास्थ्य और समृद्धि की एकजुटि है।
8. योग शांति का पथ है, खुदरा सोचने का नहीं।
9. योग अपार स्नेह और सहजता का अनुभव है।
10. योग मन के विचारों को शुद्ध करने की कला है।
11. योग जीवन का उद्धारक है।
12. योग शरीर की रक्षा करता है और मस्तिष्क को शांत करता है।
13. योग जीवन को स्वस्थ, सुखी और सकारात्मक बनाता है।
14. योग दूषित विचारों से मुक्ति प्रदान करता है।
15. योग आत्मा की ओर ले जाने का मार्ग है।
16. योग स्वास्थ्य को बढ़ाने का एक सुनहरा तरीका है।
17. योग आत्मा के साथ संवाद करने की कला है।
18. योग शरीर के अंगों को प्राकृतिक रूप से सुव्यवस्थित करता है।
19. योग मन के गुमनाम सुंदरता को प्रकट करता है।
20. योग एक जीवनशैली है, न केवल एक व्यायाम।
21. योग आत्मा की स्वतंत्रता का साधन है।
22. योग स्वस्थ दिमाग का संरक्षण करता है और बुद्धि को बढ़ाता है।
23. योग जीवन को समर्थ, शक्तिशाली और सुगठित बनाता है।
24. योग संतोष, सामर्थ्य और समान्यता की अनुभूति है।
25. योग रोगों के निदान और रोकथाम में सहायता प्रदान करता है।
26. योग जीवन को एक सर्वोत्कृष्ट दर्जा देता है।
27. योग आत्मा के गहनों में सुख और शांति को जगाता है।
28. योग शरीर को शुद्ध करने और ऊर्जा को बढ़ाने का उपाय है।
29. योग शुद्ध चित्त के माध्यम से स्वयं को जानने की कला है।
30. योग मन, शरीर और आत्मा के त्रिभुज को समानता की ओर ले जाता है।
31. योग अपार स्वस्थ्य, शक्ति और समता का साधन है।
32. योग शरीर की सुरक्षा करता है और मस्तिष्क को शांत करता है।
33. योग जीवन को स्वस्थ, खुशहाल और समृद्ध बनाता है।
34. योग मन के दोषों से मुक्ति प्रदान करता है।
35. योग आत्मा के साथ संयोजन का मार्ग है।
36. योग स्वस्थ्य को बढ़ाने का एक अद्वितीय तरीका है।
37. योग आत्मा के साथ एकीकरण का कार्य है।
38. योग सुख, स्वास्थ्य और वृद्धि के लिए एक समर्पितता है।
39. योग शांति का मार्ग है, विचार करने का नहीं।
40. योग अटूट स्नेह और सरलता का अनुभव है।
41. योग जीवन का उद्धारक है।
42. योग शरीर की सुरक्षा करता है और मस्तिष्क को शांत करता है।
43. योग जीवन को स्वस्थ, सुखी और समृद्धि में बदलता है।
44. योग दुष्ट विचारों से मुक्ति प्रदान करता है।
45. योग आत्मा की ओर ले जाने का मार्ग है।
46. योग स्वास्थ्य को बढ़ाने का एक स्वर्णिम तरीका है।
47. योग आत्मा के साथ संयोजन का कार्य है।
48. योग शुद्ध मन की सुंदरता का प्रकटन है।
49. योग एक जीवनशैली है, न केवल एक व्यायाम।
50. योग आत्मा की स्वतंत्रता का साधन है।
51. योग मस्तिष्क को स्वस्थ रखने का एक मार्ग है।
52. योग जीवन को समर्थ, शक्तिशाली और व्यवस्थित बनाता है।
53. योग संतोष, सामर्थ्य और समानता की अनुभूति है।
54. योग रोगों के निदान और रोकथाम में सहायता प्रदान करता है।
55. योग जीवन को उत्कृष्ट दर्जा देता है।
56. योग आत्मा के गहनों में सुख और शांति का जागरण है।
57. योग शरीर को प्राकृतिक रूप से सुसंगत रखने और संतुलित करने का तरीका है।
58. योग शुद्ध चित्त के माध्यम से खुद को जानने की कला है।
59. योग मन, शरीर और आत्मा के समानता की ओर ले जाता है।
60. योग अद्वितीय स्वास्थ्य, शक्ति और समता का साधन है।
61. योग शरीर की सुरक्षा करता है और मस्तिष्क को शांत करता है।
62. योग जीवन को स्वस्थ, खुशहाल और समृद्ध बनाता है।
63. योग मन के दोषों से मुक्ति प्रदान करता है।
64. योग आत्मा के साथ संयोजन का मार्ग है।
65. योग स्वस्थ्य को बढ़ाने का एक अद्वितीय तरीका है।
66. योग आत्मा के साथ एकीकरण का कार्य है।
67. योग सुख, स्वास्थ्य और वृद्धि के लिए समर्पितता है।
68. योग शांति का मार्ग है, विचार करने का नहीं।
69. योग अटल स्नेह और सरलता का अनुभव है।
70. योग जीवन का उद्धारक है।
71. योग शरीर की सुरक्षा करता है और मस्तिष्क को शांत करता है।
72. योग जीवन को स्वस्थ, सुखी और समृद्धि में बदलता है।
73. योग दुष्ट विचारों से मुक्ति प्रदान करता है।
74. योग आत्मा की ओर ले जाने का मार्ग है।
75. योग स्वास्थ्य को बढ़ाने का एक स्वर्णिम तरीका है।
76. योग आत्मा के साथ संयोजन का कार्य है।
77. योग शुद्ध मन की सुंदरता का प्रकटन है।
78. योग एक जीवनशैली है, न केवल एक व्यायाम।
79. योग आत्मा की स्वतंत्रता का साधन है।
80. योग मस्तिष्क को स्वस्थ रखने का एक मार्ग है।
81. योग जीवन को समर्थ, शक्तिशाली और व्यवस्थित बनाता है।
82. योग संतोष, सामर्थ्य और समानता की अनुभूति है।
83. योग रोगों के निदान और रोकथाम में सहायता प्रदान करता है।
84. योग जीवन को उत्कृष्ट दर्जा देता है।
85. योग आत्मा के गहनों में सुख और शांति का जागरण है।
86. योग शरीर को प्राकृतिक रूप से सुसंगत रखने और संतुलित करने का तरीका है।
87. योग शुद्ध चित्त के माध्यम से खुद को जानने की कला है।
88. योग मन, शरीर और आत्मा के समानता की ओर ले जाता है।
89. योग अद्वितीय स्वास्थ्य, शक्ति और समता का साधन है।
90. योग शरीर की सुरक्षा करता है और मस्तिष्क को शांत करता है।
91. योग जीवन को स्वस्थ, खुशहाल और समृद्धि में बदलता है।
92. योग मन के दोषों से मुक्ति प्रदान करता है।
93. योग आत्मा के साथ संयोजन का मार्ग है।
94. योग स्वास्थ्य को बढ़ाने का एक स्वर्णिम तरीका है।
95. योग आत्मा के साथ एकीकरण का कार्य है।
96. योग सुख, स्वास्थ्य और वृद्धि के लिए समर्पितता है।
97. योग शांति का मार्ग है, विचार करने का नहीं।
98. योग अटल स्नेह और सरलता का अनुभव है।
99. योग जीवन का उद्धारक है।
100. योग अंतर्मन को स्वस्थ और प्रशांत बनाता है।